राजा और राज्य – Kings And Kingdoms – Hindi Bible Study

आज के hindi bible study मे बहुत सारे शास्त्र वचन हैं |, मेरा मानना हैं कि यह Bible study आपकी मदत करेगी | विषय हैं राजा और राज्य और यह वास्तव मे एक बहुत ही सरल, Bible Study हैं | वास्तव मे मे आपके साथ इस Hindi bible study के मध्यम से चलना चाहती हूं | मुझे उमीद हैं कि बहुत ही जल्द, मे आपके जीवन मे एक बीज बोना चहुंगी | मे आपको अगले कुछ दिनो के लिए bible study के लिए कुछ देना चाहती हूं | ताकी आपका ध्यान एक दिशा मे जाये | मेरा मानना हैं कि हमारे आगे कुछ ऐसा हैं जो समय मे हमारे लिए उपलब्ध सभी चिंजो से कही ज्यादा बेहतर हैं |

अब, मुझे गलत मत समजहीए| मुझे समय के साथ यात्रा करणा पसंद हैं| परमेश्वर ने पृथ्वी और उसमे मोजूड हर चीज को हमारे लाभ और हमारे आनंद के लिए बनाया हैं और मुझे लगता हैं कि यह एक अविश्वसनीय उपहार हैं, जो उन्होने हमे दिया हैं | लेकिन हम एक तुटीहुई दुनिया मे रहते हैं | जहाँ बुराई मोजूड हैं, भयानक चीजे होती हैं और हममेसे कोई भी बुराई का सामना किए बिना समय के साथ अपनी यात्रा नही करता हैं | कुछ बहुत ही व्यक्तिगत हैं | कुछ कभी कभी हमसे थोडा दूर हो जाते हैं | लेकिन कुछ बेहतर होने का वादा हमारे वर्तमान परिवेश मे कार्यभार स्वीकार करणे के लिए हमारे पास जो प्रोत्साहान हैं, वह यही हैं |

आप देखिये, अगर हमे विश्वास नही हैं कि हमारे आगे कि हमारे आगे कुछ बेहतर हैंतो हम कभी भी प्रभु कि सेवा करणे, उनका सम्मान करने का त्याग नही करेंगे | और कृपया मेरी बात सुनीये, प्रभु कि सेवा करने मे एक बलिदान हैं| प्रभु येशू ने कहा, जब तक हम अपना जीवन देने के लिए तैयार नहीं हैं, मे इसे थोडा बढा दूंगी | इसके लिए प्रोत्साहन ऐसा करने कि इच्छा मेरे अपने, स्वार्थी आदमीक, सांसारिक स्वभास्व को बदलने के लिए | वे सभी शास्त्र मे इस्तेमाल, किए गये समानार्थी शब्द हैं | यह मेरे वह हिस्सा हैं जो बस वही करणा चाहत हैं जो मे करणा चाहती हूं | जिस तरह से मे करणा चाहती हूं, जब मे करणा चाहती हूं | अपने उस हिस्से को संबोधित करने और परमेश्वर के उद्देश को पहले रखने, परमेश्वर कि प्राथमिकताओ को अपने से आगे रखने का प्रोत्साहन यह हैं कि वह कहता हैं कि अगर हम ऐसा करेंगे तो हमारे लिए कुछ बेहतर होगा | और दुःखद रूप से मुझे लगता हैं कि समकालीन चर्चा को लगभग पुरी तरह से एक मानसिकता द्वारा अपनाया गया हैं जो अभि यहा क्या हैं इसपर केंद्रित हैं | मरा मतलब हैं

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हम सभी स्वर्ग जाना चाहते हैं लेकिन कोई अभि नही जाना चाहता | अगर आप जानते हैं, मेरा मतलब हैं | स्वर्ग न होने या, स्वर्ग होने के विकल्प दिए जाने पर, मे स्वर्ग चुनऊंगा, लेकिन मे उसे यथासंभव लंबे समय तक टालना चाहती हूं | यह परमेश्वर के राज्य मे भागीदार होने के अर्थ के बारे मे एक बडी गालातफैमी को दर्षाता हैं | हमे कभी भी यह नही सोचना चाहिए कि येशू के प्रति हमारी निष्ठा का लाभ |

मुख्य रूप से इस वर्तमान विश्व् व्यवस्था मे हैं | तो इसके साथ, मे बस कुछ वचनो के माध्यम से चलना चाहती हूं | मैं आप कुछ विचार देना चाहती हूं | हम वापस आ सकते हैं और इसे अधिक विस्तृत रूप मैं कर सकते हैं, लेकिन मुझे लगता हैं कि यह हमारे सामने आने वाली चुनोतीयो के लिए मदतगार होगा | मैं यशयाह 6 से शुरु करुंगी, यशयाह कि भाषा उल्लेखनीय हैं | आशा हैं कि आपको याद होगा कि यशयाह एक भविषवक्ता हैं | वह हिब्रू बायबल के प्रमुख भविषवक्ता मैं से एक हैं |

लेकिन यशयाह एक दरबारीं भविषवक्ता था |कभी – कभी उसे बैंगनी रंग के भविषवक्ता के रूप मे वर्णीत किया जाता हैं | जिसका अर्थ हैं वो राजघराने का भविषवक्ता था | वह सत्ता के माहोल से बहुत परिचित था | आमोस एक किसान था, यशयाह नही | यशयाह ने राष्ट्रो कि दिशा के बारे मे बात कि | उसके पास राजाओ और राज्य के लिए संदेश थे | आप देखते हैं कि परमेश्वर के लोगो का उद्देश हमारी दुनिया मे होने वाली घटनाओ को प्रभावित करणा हैं |यह अजीब हैं, यह कभी – कभी असुविधाजनक होता हैं, यह अक्सर जबरदस्त दबाव लाता हैं | लेकिन हम यहा केवलं जीवन के माध्यम से अपना रास्ता बनाने और जितना संभव हो सके उतना छोटा प्रोफाइल बनाने के लिए नही हैं, ताकी जब हम अंततहाँ हम अपना काम पुरा कर ले तो हमे स्वर्ग जाने का अवसर मिले | हम राजदूत प्रतिनिधी हैं | और हम युवा व्यक्ती के रूप मे यशयाह के पास सिंहासन कक्ष और यशयाह कि राजकीय भाषा का यह उल्लेखनिय दर्शक हैं |

यशयाह 6 मे उसने कहा “जिस वर्ष राजा उज्जीया कि मूत्यू हुई यह सिर्फ एक, कालानुक्रमित मार्कर हैं | उसने कहा “मैने प्रभु को एक सिंहासन पर बैठे देखा, जो ऊंचा और ऊंचा था और उसके वस्त्र कि पंच मंदिर मै भर गई थी | |उसके उपर सेराफ थे, जिसके उपर प्रत्येक के छह पंख थे,दो पंखो से उन्होने अपने पैरो को ढका था, और दो से वे उड रहे थे| और एक दुसरे को वे पुकार रहे थे : पवित्र, पवित्र,पवित्र हैं प्रभु परमेश्वर सर्वशक्तिमान | पुरी पृथ्वी उसकी महिमा से भरी हुई हैं | और उनकी आवाज कि आवाज से, दरवाजे कि चोंखटे और दहलीज हिल गई और मंदिर धुऍ से भर गया |

वाह यशयाह को परमेश्वर के सिंहासन कक्ष का दर्शन हुआ l ये अविश्वसनिय स्वर्गदूत जो घोषित कर रहे है वह प्रभू है l पूरी धरती उनकी महिमा से भरी हुई है l हिब्रू मे, हिब्रू एक प्राचिन भाषा है l इसकी रचना मे यह एक सरल भाषा है l इसलिए दोहराव जोर देने का जो एक तरिका है l और यहा परमेश्वर को तीन बार पवित्र घोषित किया गया है l वह हमारे जैसा नही है, हम पवित्र नही है, हम कुछ और है, है न ? आप जानते हैं यह सच हैं, हैं न? अब पवित्रता के बिना, बाईबल कहती हैं कि हम प्रभु को कभी नही देख पाएंगे, लेकीन यह परमेश्वर हे जो हम मे प्रतिबिंबित होता है । परमेश्वर का चारित्र जो हम मे बनता है जो उस पवित्रता को हम मे उभरने देता है l मेरा मतलब है, आप मे से कितने लोग आज सुबह एक आतिरिक्त घंटे की निंद के बाद उठे, आईने मे देखा और कहा (ओह, आप बहुत पवित्र हैं ), हा मै भी | लेकिन जितना अधिक येशू का चरित्र हममे बनता हैं इब्रानियों 11:40 हमे उस राज्य कि झलक देता हैं जिसका हम हिस्सा हैं |

आप देख सकते हैं कि मसिह का अनुयायी होना किसी चर्च या संप्रदाय या व्यवस्थित धर्मशास्त्र मे शामिल होने से कही ज्यादा है l यह एक राज्य तक पहुँच है और उस राज्य मे जाने का सिर्फ एक ही रास्ता हे l उसका नाम नासरथ का येशू हे l बहुत सारे रास्ते नही है । दोस्तो जब तक चर्च मे यह कहने का साहस नही होगा कि हम जिस दुनिया मै रहते हैं, उसमे हमारे परमेश्वर के शाश्वत राज्य मे जाने का एक ही द्वार है, हम अपने काम मे असफल हो रहे है l हमारे साथ क्या हुआ है ? इब्रानियो 11 : 40, इषा इबानियो के पुस्तक के अध्याय 11 का निष्कर्ष है, जो हॉल ऑफ फेम हे | ये उल्लेखनीय पुरुष और महिलाए है l आप उनके कई नाम जानते होगें l यदी आपने अपने अपनी बाईबल को आकस्मित रूप से पढा है, तो अब्राहम और मूसा और सभी इब्रानियों, हमारे विश्वास के सभी नायक को वहा सूचीबद्ध किया गया है l और उस अध्याय के समापन पर यह कहता है, ( परमेश्वर ने हमारे लिए कुछ बेहतर योजना बनाई है ताकी केवल हमारे साथ मिलकर वे परिपूर्ण बन सके I )

यह एक अद्भूत कथन है l आप देखिए हमारे जिवन से एक पिडीगत कार्य जुड़ा हुआ है l परमेश्वर ने हमे मिस्त्र मे फिरोन के कार्यपालकों के कोडो के निचे रहने के लिए नही बुलाया था I हम मूसा की मदद करने के लिए नही थे, ताकी वह सैकडो हजारो लोगों को 100 साल पुराने ढेरें से बाहर निकाल सके और एक नया राष्ट्र स्थापित कर सके l परमेश्वर ने हमे 21 वी सदी मे बुलाया है, जब तकनीक का विस्फोट होगा और सभ्यता के इतिहास मे संचार अभूतपूर्व होगा । ताकी अंधकार और प्रकाश दोनो ग्रहों के चारों और उस गति से घूम सके, जिसे हमने पहले कभी नही जाना l इस पिढी मे राज्य मे अंतर लाने वाले बनने का कार्य हमारे पास है l ठीक वैसे ही जैसे मूसा ने अपने समय मे, दाऊद ने अपने समय मे, या प्रेरित पौल ने अपने समय मे किया था

हमारा उद्धेश पहल सदी के ईसाई धर्म पर अंतदृष्टि के साथ विश्व स्तरिय बनना है l हमारा काम 21 वी सदी मै नमक और ली बनना हे । यह हमारी पिढी है । हम इब्रानियो के अध्याय 11 के उन नायको से मिलने जा रहे हैं और वे हमे पूछेगे कि हमने क्या किया हैं । आप जायेंगे और दाऊद कहेंगे, (ठीक हैं, तो अपने मेरे और गोलीयत के बारे मै पढा । क्या आपने पढा? फिर आप अपने तंबू मै क्यू छुपे थे?) (अच्छा, वह वास्तव मे बहुत बडा था । ) डेविड ने कहाँ ( मजाक नही कर रहा हू । क्या आपने उस कहानी को पढ़ते समय मेरे घुटनों को टकराते हुए सुना ? क्या आपने मेरी हथीलीयों पर पसीना महसूस किया ? क्या आपने मेरे भाईयों की पिड़ा महसूस की ? ” वह, कितना घमंडी लड़का है । ) । कुरिन्थियो 15 कहता है यदी केवल इस जीवन के लिए हमे मसिह मे अशा है, तो हम सभी मनुष्यो से अधिक दया के पात्र है ।

दोस्तो समय से परे हमारे लिए कुछ है । मुझे गलत मत समझिए । मुझे यात्रा पसंद है । हर दिन एक रोमांच है । कुछ के पास मुश्किल काम होते है, कई असाइनमेंट और जिम्मेदारीयोंसे भरे होते है । मे उन्हे उसीपर छोड देती हू । परमेश्वर ने हमे ईसी के लिए बनाया हैं । वह हमे असाइनमेंट को पूरा करने की ताकत देता है । लेकीन मे बहुत अच्छी तरह से जानती हू की समय से परे मेरे लिए कुछ बेहतर है । इसलिए मे हर दिन के अवसर के साथ जितना हो सके उतना वफादार होने का प्रयास कर रही हू । क्यूँकी में निश्चित होना चाहती हू की में, जो कुछ भी मेरे पिछे है उसके लिए तैयार हूँ । प्रेरित पौलुस ने इसे फिलिप्पियो मे थोडा अलग तरिके से कहा । उसने कहा एक काम है जो मैं करता हूँ, जी पीछे है उसे पीछे छोड देता हूँ, आगे बढने के लिए ।

How To Buid Your Faith- अपने विश्वास को मजबूत कैसे करे? – Hindi Bible Study online: राजा और राज्य – Kings And Kingdoms – Hindi Bible Study

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