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How to build yourfaith hindi sermon – अपने विश्वास को मजबूत कैसे बनाऐ?
Mark 9 : 24
बालक के पिता ने तुरंत, गिडगडाकर कहा, हे प्रभू मै विश्वास करता हू, मेरे अविश्वास का उपाय कर |
Luck 17 : 5
तब प्रेरितो ने प्रभू से कहा हमारा विश्वास बढा |
How to build your faith hindi sermon- अपने विश्वास को कैसे मजबूत
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परिचय :
आज हम अपने विश्वास को मजबूत बनाने के बरे मै बात करेंगे| विश्वास हमारे जीवन मै एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है |और इस विश्वास को मजबूत बनाने से हम परमेश्वर के साथ अपने संबंध को गहरा बनाते है |
विश्वास को मजबूत बनाना क्यू जरुरी है?
यहा कुछ बायबल के वचन है जो विश्वास के महत्व दर्षाते है |
- इब्रानियो 11:6
“विश्वास के बिना परमेश्वर को प्रसन्न करणा असंभव है, क्यूँकी जो परमेश्वर कि खोज करता है उसे विश्वास करणा होगा कि वह है और वह उन्हे प्रतिफल देता है |
आज अगर हम परमेश्वर से प्रेम करते है और उसे अपने जीवन द्वारा प्रसन्न रखना चाहते है | तो बाईबल कहती है हम केवल अपने विश्वास द्वारा उसे प्रसन्न रख सकते है |हमारे बलिदान से भी परमेश्वर खुश नही होते | (1Samuvel 15 : 22-24, Hebrw 10 : 8-9) इन कई बाईबल कि वचनो से ये स्पष्ट होता है कि परमेश्वर हमारे त्याग अर्पण से खुश नही होते | hindibiblestudyonline.com
Mathew 17 : 20
येशू ने उनसे कहा तुम्हारा विश्वास कमजोर है, इसलिये तुम ऐसा नही कर सकते, लेकिन मै तुमसे सच कहता हू | यदी तुम्हारा विश्वास राई के दाणे के बराबर है तो तुम इसको कह सकते हो तुम यहा से उठकर वहा जाओ, और वह जायेगा |
विश्वास हमारे जीवन मै असंभव को संभव कर सकता है | एक विजयी मसिह जीवन जिने के लिए हमे अपने विश्वास को मजबूत बनाना है |
विश्वास का महत्व समझकर (Luck 17 : 5-6) शष्योने प्रभू येशू से हमारा विश्वास बढा ऐसी मांग कि |
क्या कोई चमत्कार हमारे विश्वास को मजबूत बना सकता है?
हम देखते है जब परेमेश्वर ने मुस्सा द्वारा इजरायलियोको मिसर से छुडाया तब वे कई बार परमेश्वर के खिलाफ विद्रोह को दर्षाते थे
Exodus 14 : 11-12
- इस्राईलियो ने मुस्सा से कहा, क्या मिस्र मै कबरे नही थी कि तुने हमे मरणे के लिए यहा लाय k,? तुमने हमे मिस्र से क्यू निकाला है | (Exodus 16 : 2-3)( Exodus 17 : 2-3) (Numbers 14 : 2-4 Deuteronomy 1 : 26-27)
- इन वचनोसे हम समजते है कि परमेशर के कई बार इस्राईलियो के लिए चमत्कार करणे के बावजुद वे परमेश्वर के खिलाफ विद्रोह करते | इसी तरह कोई चमत्कार हमारे विश्वास को मजबूत नही कर सकता |
विश्वास को मजबूत कैसे बनाये
- Rom 10 : 17 विश्वास सुनने से आता है और सूनना मसिह के शब्द से आता है | हम समजते है कि विश्वास परमेश्वर के साथ हमारे संबंध को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक है |
- परमेश्वर कि विश्वासनियता को याद रखे – परमेश्वर ने हमेशा अपने वादे पुरे किए है | और हमे उसकी विश्वास्नी्यता पर भरोसा करणा चाहिये |
- प्रार्थना और प्रशंसा – प्रार्थना और प्रशंसा से हम परमेश्वर के साथ जुडते है और हमारा विश्वास मजबूत होता है |
- परमेश्वर के वादो पर ध्यान दे : परमेश्वर के वादे हमे आशा और विश्वास देते है |
- अपने विचारो को नियंत्रित करे : हमे अपने विचारो को सकारात्मक और परमेश्वर के वादो पर केंद्रित रखना चाहिये |
- परमेश्वर पर भरोसा रखे : हमे परमेश्वर पर भरोसा रखना चाहिए भलेही हमारे जीवन मै काठीनाई आये |
निष्कर्ष :
अपने विश्वास को मजबूत बनाकर हम परमेश्वर के साथ अपने संबंध को गहरा बना सकते है |
Amen